तहसील में भ्रष्टाचारः टालमटोल के बाद रजिस्ट्री की, अब 200 रुपए प्रति वर्ग गज मांगने का लगाया आरोप

तहसील में भ्रष्टाचारः टालमटोल के बाद रजिस्ट्री की, अब 200 रुपए प्रति वर्ग गज मांगने का लगाया आरोप

Corruption in Ganaur Tehsil

Corruption in Ganaur Tehsil

सोनीपत (आदेश त्यागी): रजिस्ट्री करने के नाम पर गन्नौर तहसील में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। यहां पर रजिस्ट्री की आड़ में कथित भ्रष्टाचार का खेल धड़ल्ले से खेला जा रहा है। अंदर की सेटिंग बाहर बैठे कुछ प्राइवेट व्यक्ति करते है। इससे न केवल आमजन पर बेवजह आर्थिक भार पड़ रहा है बल्कि रिश्वत न दिए जाने पर उन्हें बार-बार चक्कर काटने को भी मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक कि फाइल भी अटका दी जाती है। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है तो सरकार भी बदनाम हो रही है।

मामले को लेकर उपायुक्त ने बैठाई जांच, राजस्व अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट

सामने आया है कि बड़ौत एरिया में एक महिला की किसी तरह से रजिस्ट्री कर दी गई, लेकिन अब 200 रुपए प्रति गज के हिसाब से पैसे नहीं दिए जाने पर मालिक को रजिस्ट्री नहीं दी गई। एक व्यक्ति ने रजिस्ट्री के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत उपायुक्त को दी है। मामले में उपायुक्त ने गन्नौर एसडीएम से जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। उधर, रजिस्ट्री को लेकर पैसे मांगने की बात सामने आने पर तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया है।

Corruption in Ganaur Tehsil
Corruption in Ganaur Tehsil

शिकायत में नवीन कुमार ने आरोप लगाते हुए बताया कि गन्नौर तहसील में खुलेआम लूट मची हुई है, बगैर पैसे के वहां पर कोई भी काम नहीं होता है, जबकि सूबे की सरकार आमजन की सहूलियत और विकास के लिए जितने भी फैसले ले रही है वहां पर उनका मजाक बनाया जा रहा है। गंभीर आरोप है कि बिना किसी डर भय के राजस्व अधिकारी के नाम पर 200 रुपए प्रति वर्ग गज के हिसाब से पैसे लिए जा रहे है। वसीका नवीसों व प्रॉपर्टी डीलरों की इसमें अहम भूमिका होती है।

Corruption in Ganaur Tehsil

उन्होंने बताया कि 14 सितंबर को अपनी बहन के प्लॉट की रजिस्ट्री करवाने के लिए साथी सुनील के साथ गन्नौर तहसील में गया। तहसील कर्मियों ने पहले रजिस्ट्री करने में आनाकानी की। पैसे नहीं देने पर किसी तरह से प्लॉट की रजिस्ट्री तो हो गई|अब जब रजिस्ट्री लेने के लिए जाते है तो जवाब मिलता है राजस्व अधिकारी ने रोक रखी है। क्योंकि इसके पैसे नहीं आए है| शख्स ने मामले को लेकर उपायुक्त को शिकायत देने की बात कही है।

पहले भी विवादों में रह चुकी तहसील

गन्नौर तहसील पहले भी काफी विवादों में रह चुकी है। यहां पर राजस्व अधिकारियों में टकराव तक हो चुके है। अवैध कॉलोनियों में रजिस्ट्री करने से लेकर प्रति वर्ग गज 200 रुपए लेने का मामला भी गर्माया है। जांच के नाम पर उच्चाधिकारी कार्रवाई का भरोसा देते है, लेकिन थोड़े समय के बाद ही मामला ठंडा पड़ जाता है। पिछले दिनों अधिवक्ताओं ने भी राजस्व अधिकारी के बीच किसी बात को लेकर नौंकझोंक हो गई थी। बाद में एसडीएम ने विवाद का निपटारा कराया था।

एसडीएम से मांगी रिपोर्टः उपायुक्त

उपायुक्त ललित सिवाच ने बताया कि गन्नौर तहसील में रजिस्ट्री के नाम पर पैसे मांगने को लेकर नवीन नाम के शख्स ने शिकायत की है। मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए गन्नौर एसडीएम से जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

राजस्व अधिकारियों से मांगा जवाब- एसडीएम

एसडीएम सुरेंद्र दून ने बताया कि तहसील में रजिस्ट्री को लेकर बात सामने आई है। उपायुक्त के निर्देशानुसार राजस्व अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि जवाब मिलने के बाद रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि आमजन को अगर परेशानी आ रही है तो गलत है।

रजिस्ट्रियों की कराई जाएगी जांच: डीआरओ

डीआरओ हरिओम अत्री का कहना है कि गन्नौर तहसील में अगर अवैध कालोनी में रजिस्ट्री हो रही है और पैसे लिए जा रहे है तो इसकी गहनता से जांच पड़ताल कराई जाएगी। जांच में आरोप साबित होने पर नियमानुसार कार्यवाई की जाएगी।

मामला संज्ञान में नहीं हैः तहसीलदार

तहसीलदार रविंद्र हुड्डा ने बताया कि रजिस्ट्री की एवज में पैसे मांगे जाने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अब ये भी देखना होगा कि जो व्यक्ति आरोप लगा है उसकी रजिस्ट्री किस तारीख को हुई थी। क्योंकि जिस तरह दिन वह खुद फील्ड या अन्य किसी मामले से बाहर होते है तो नायब तहसीलदार रजिस्ट्री करते है। नायब तहसीलदार के बाहर होने पर वह खुद काम संभालते है।